DA Hike: देश के एक करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आने वाली है। हाल ही में जारी हुए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़ों से संकेत मिल रहे हैं कि जुलाई 2025 से महंगाई भत्ता में बढ़ोतरी होने की संभावना है। यह वृद्धि सरकारी कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
महंगाई भत्ता निर्धारण की प्रक्रिया
केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ता की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर की जाती है। यह सूचकांक हर महीने जारी होता है और इसके छह महीने के औसत के आधार पर DA की दर तय की जाती है। जनवरी से अप्रैल 2025 तक के चार महीनों के आंकड़े देखने को मिले हैं, जो कर्मचारियों के लिए उत्साहजनक हैं।
वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों को 55 प्रतिशत की दर से महंगाई भत्ता मिल रहा है। नए आंकड़ों के अनुसार, यह दर बढ़कर 58 प्रतिशत हो सकती है। इसका मतलब है कि DA में 3 प्रतिशत की वृद्धि होने की पूरी संभावना है।
वेतन में होने वाली वृद्धि का हिसाब
सातवें वेतन आयोग के अनुसार न्यूनतम मूल वेतन 18,000 रुपये है। वर्तमान में 55 प्रतिशत की दर से इन कर्मचारियों को 9,900 रुपये महंगाई भत्ता मिल रहा है। अगर DA 58 प्रतिशत हो जाता है, तो यह राशि बढ़कर 10,440 रुपये हो जाएगी। इससे हर महीने 540 रुपये की अतिरिक्त आय होगी।
उच्च वेतनमान के कर्मचारियों को इससे अधिक लाभ होगा। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी कर्मचारी का मूल वेतन 56,100 रुपये है, तो वर्तमान में उसे 30,855 रुपये DA मिल रहा है। नई दर के अनुसार यह राशि बढ़कर 32,538 रुपये हो जाएगी, जिससे मासिक आय में 1,683 रुपये का इजाफा होगा।
बकाया राशि का भुगतान
महंगाई भत्ता की दर में संशोधन प्रत्येक छह महीने में किया जाता है। अगली वृद्धि 1 जुलाई 2025 से प्रभावी होनी चाहिए, लेकिन इसकी आधिकारिक घोषणा आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में होती है। इस कारण कर्मचारियों को तीन महीने की बकाया राशि एक साथ मिलेगी।
न्यूनतम वेतन पाने वाले कर्मचारी को तीन महीने के बकाया के रूप में 1,620 रुपये मिलेंगे। उच्च वेतनमान के कर्मचारियों को इससे अधिक राशि प्राप्त होगी। वार्षिक आधार पर देखें तो न्यूनतम वेतन पाने वाले कर्मचारी की आय में 6,480 रुपये की वृद्धि होगी।
आर्थिक प्रभाव और भविष्य की संभावनाएं
यह वृद्धि न केवल कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति सुधारेगी बल्कि बाजार में उपभोग की मांग भी बढ़ाएगी। करोड़ों कर्मचारियों की खर्च करने की क्षमता बढ़ने से अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। यह कदम महंगाई की मार से जूझ रहे सरकारी कर्मचारियों के लिए एक राहत की सांस साबित होगा।
हालांकि आधिकारिक घोषणा का इंतजार है, लेकिन आंकड़े साफ तौर पर इशारा कर रहे हैं कि कर्मचारियों के अच्छे दिन आने वाले हैं।
अस्वीकरण: यह लेख उपलब्ध जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। महंगाई भत्ता की आधिकारिक घोषणा सरकार द्वारा की जाने पर ही यह प्रभावी होगा। वास्तविक दरें और लागू तिथियां सरकारी अधिसूचना के अनुसार ही मान्य होंगी।